सिद्धासन के फायदे जानिए - Siddhasana Benefits in Hindi

आइए जानते हैं Siddhasana Benefits in Hindi, योग के मतलब उसकी सही मुद्रा और इसे सही से कैसे किया जाता है

सिद्धासन के फायदे जानिए - Siddhasana Benefits in Hindi

Siddhasana Benefits in Hindi

आइए जानते हैं Siddhasana Benefits in Hindi, योग के मतलब उसकी सही मुद्रा और इसे सही से कैसे किया जाता है इसके साथ ही हम जानेंगे इसके क्या क्या फायदे है।


इसे करते समय रखने वाली सावधानियों और शारीरिक तौर पर इससे हमें क्या क्या लाभ पहुंचता है।


प्रिय जनों सिद्धासन योग एक ऐसा योग है जो कि सदियों से किया जा रहा है प्रसिद्ध ऋषि मुनियों देवी देवताओं से लेकर योग में इसका बहुत विस्तार है।


    अगर आप भारत से हैं तो आप इतिहास से भलीभांति परिचित होंगे कि किस तरह से योगी ऋषि मुनियों के द्वारा सिद्धियों को प्राप्त करने के लिए सिद्धासन का योग श्रेष्ठ माना जाता था।


    अतः आज भी हम घरों मंदिरों में भी इस योग को सबसे उत्तम मानते हैं और तो और योग प्राणायाम विशेष आसनों को करने से पहले सिद्धासन योग को किया जाता है।


    चलिए दोस्तों आइए आप जानते हैं कि सिद्धासन योग का क्या मतलब है यह किन दो शब्दों से मिलकर बना है।


    पहला शब्द सिद्ध जिसका अर्थ है संकल्प और हार ना मानने वाला और आसन का मतलब है मुद्रा यानी स्थिति।


    इन दो शब्दों से मिलकर सिद्धासन शब्द बनता है दोस्तों अब अपने सिद्धासन योग के बारे में अच्छे से जान लिया है लेकिन क्या आपको इसके फायदों के बारे में पता है।


    तो चलिए आइए जानते हैं कि इस के कौन-कौन से फायदे हैं।


    जिससे कि हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं और अपने शारीरिक स्वास्थ्य को एक नई राह दे सकते हैं।


    क्योंकि इसे करना बहुत ही आसान और इसके फायदों के बारे में अगर आप जानेंगे तो आप रोजाना इसको करना जरूर से आरंभ कर देंगे।

    सिद्धासन कैसे करें

    दोस्तों सिद्धासन योग करने के लिए  एक शांत वातावरण कर होना बहुत जरूरी क्योंकि इसमें मन की शांति का होना बहुत ही आवश्यक है।


    सिद्धासन योग करने से आपके मन को शांति मिलती है और आपके दिमाग में चल रही सारी परेशानियों को दूर भगाने में यह बहुत ही सहायक है इसलिए एक शांत जगह का चुनाव करना बहुत ही आवश्यक है।

    • अच्छे स्थान का चुनाव करें।
    • किसी प्रकार की चटाई या फिर योगा मैट फैला कर उस पर बैठ जाएं।
    • अब आप पालथी मारकर आराम से नीचे बैठ जाएं।
    • इस दौरान कोशिश करें कि आपका ध्यान घरों की या सिर्फ पारिवारिक समस्या की तरफ बिल्कुल आ जाए और जितना हो सके अपने मन को शांत रखें।
    • अब अपने दाएं पैर की एड़ी को उठाकर अपने दाएं पैर की जांघों पर रखें।
    • इसी प्रकार अपने बाएं पैर की एड़ी को अपने हाथों से उठाकर अपने बाएं पैर की जांघ पर रखें।
    • अपने दोनों पैरों की एड़ियों को पेट के साथ रखने की कोशिश करें।
    • अपने रीड की हड्डी को सीधा रखें और अपनी गर्दन को भी सीधा रखें।
    • इस अवस्था में जितनी देर हो सके रहना चाहिए।


    शरीर में संतुलन बनाए रखें और सबसे जरूरी बात आपका मन शांत रहना चाहिए तभी आप इसके सुकून को महसूस कर पाएंगे और अपने मन को शांत कर पाएंगे

    गहरी सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया को जारी रखें।


    आप चाहे तो अपनी आंखों को बंद भी कर सकते हैं। आप चाहें तो अपने पहले की अवस्था में आ सकते हैं।


    दोस्तों कैसे लगी आपको यह सिद्धासन योग जब आप इसे करेंगे तो इससे होने वाले फायदों की अनुभूति आपको जरूर होगी चलिए।


    अब हम आपको इसके फायदों के बारे में बताते हैं ताकि आप इसे अपने जीवन में आरंभ करने के लिए प्रोत्साहित हो सकें।

    सिद्धासन के फायदे (Benefits Of Siddhasana Benefits in Hindi)

    • एकाग्रता बढ़ाने में काफी फायदेमंद साबित होता है सिद्धासन योग।
    • इच्छा शक्ति को बढ़ाने में मदद करता है।
    • पेट से होने वाली सभी समस्याओं का निर्धारण करता है सिद्धासन ( siddhasana ) योग।
    • पुरुषों में वीर्य क्षमता को बढ़ाने में अति लाभकारी है।
    • इस मुद्रा को करने से आपके शरीर में एक लचीलापन उत्पन्न होता है।
    • रीड की हड्डी, कमर का दर्द और पैरों से लेकर घुटनों में होने वाले दर्द का सरल उपाय है।
    • मानसिक रूप से होने वाले तनाव से छुटकारा मिलता है।


    पारिवारिक समस्याओं और जीवन में चल रही जिम्मेदारियों में सफलता पाना चाहते है तो आपको यह सिद्धासन योग जरूर करना चाहिए।

    मन की शक्ति को बढ़ाता है

    गुस्से पर कंट्रोल करना चाहते हैं या फिर ज्यादा गुस्सा आने की समस्या को सुधारना चाहते हैं तो यह आसन आपको जरूर करना चाहिए।

    शरीर में आंतरिक ऊर्जा को बढ़ाता है

    तो दोस्तों सिद्धासन योग से होने वाले लाभ के बारे में जानकर आपको जरूर अच्छा लगा होगा।


    क्योंकि ना तो उसका कोई साइड इफेक्ट है और इसे आप बिना किसी सहायता से कर सकते हैं बस आपको किसी शांत वातावरण में बैठकर उसे करना है।

    सिद्धासन के लिए सावधानियां

    सिद्धासन योग (siddhasana) करते समय ध्यान रखें कि आपको जल्दबाजी नहीं करनी है या फिर अगर आपकी पैरों की एड़ी सही से ऊपर नहीं कर पाती है तो इसे धीरे-धीरे करने का प्रयास करना चाहिए।


    अगर आपका पैर मुड़ा हुआ है या फिर आप की रीड की हड्डी में कोई समस्या है तो आपको यह आसन नहीं करना चाहिए।


    अगर आपने हाल ही में कोई ऑपरेशन करवाया है तब आपको यह योगासन नहीं करना चाहिए घुटनों आदि में किसी प्रकार का दर्द है तब आपको यह आसन नहीं करना चाहिए।


    यदि आप किसी गंभीर समस्या से पीड़ित हैं तो इस आसन को ना करें।

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